शेरो शायरी इन हिंदी व लाइफ
गलतफहमी की गुंजाईश नहीं सच्ची मोहब्बत में
जहाँ किरदार हल्का हो,
कहानी डूब ही जाती है
तन्हाइयों का एक अलग ही सुरुर होता है
इसमें डर नहीं होता.किसी से बिछड जाने का
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है ,
कभी हँसाती है तो कभी रुलाती है ,
पर जो हर हाल में खुश रहते हैं ,
जिंदगी उन्ही के आगे सर झुकाती है।
तो कसम से महोब्बत करना छोङ देगे
shero shayari
थोड़ा मैं ,
थोड़ी तुम,
और थोड़ी सी मोहब्बत
बस इतना काफी है,
जीने के लिये…
हदे शहर से निकली तो गाँव गाँव चली,
कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली,
सफ़र जो धुप का हुआ तो तजुर्बा हुआ,
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।
मुझे अपनी वफादारी पे कोई शक नही होता
मैं खून-ए-दिल मिला देता हु जब झंडा बनाता हु
तो कसम से महोब्बत करना छोङ देगे
shero shayari
इरादे बाँधता हूँ सोचता हूँ तोड़ देता हूँ
कही ऐसा ना हो जाए कही वैसा ना हो जाए
ये मंजिलें बड़ी जिद्दी होती हैं,
हासिल कहां नसीब से होती हैं।
मगर वहां तूफान भी हार जाते हैं,
जहां कश्तियां जिद्द पे होती हैं।।
तुम से मिल कर इमली मीठी लगती है….
तुम से बिछड़ कर शहद भी खारा लगता है
तो कसम से महोब्बत करना छोङ देगे
shero shayari
नशा था उनके प्यार का
जिसमें हम खो गए
उन्हें भी पता नहीं चला कि कब हम उनके हो गए