matlabi shayari hindi
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मैं भी झूठा तू भी झूठा झूठी है दुनिया सारी !!
झूठे है लोग सभी झूठे है नर नारी !!
झूठ ही सब का दाता सबका झूठ ही पालन हार हैं !!
ऐसा कलयुग आया देखो झूठ हुआ सच पर भारी है !!
बाते बिश्रृस और भरोसा की बेमानी सी लगती हैं !!
झूठी दुनिया में वफादारी अनजानी से लगती हैं !!
झूठे लोगों से भरी परी है कहाँनिया यहा किताबों में !!
प्यार से बोल दे कोई तो मेहर बानी सी लगती हैं !!
उन दुश्मनों से डरने की कोई जरूरत नहीं !!
जो सामने से वार करते हैं !!
बचना है तो उन मतलबी लोगों से !!
बचो जो आपको गले लगाते है !!
Matlabi Log Shayari in Hindi
मतलबी है दुनिया फिर भी ये दिल मानता नहीं !!
अपनों की साजिशो को ये बिल्कुल भी पहचानता नहीं !!
सब मतलबी है यहां लगता है इतना वो जानता नहीं !!
अगर पता होता तो शायद वो किसी को अपना मानता नहीं !!
झूठी दुनिया के झूठी फसाने हैं !!
लोग भी झूठे और झूठे जमाने हैं !!
धोखे मिलते हैं हर कदम पर यहाँ !!
हर तड़फ भीड़ हैं लेकिन अफसोस सब बेगाने हैं !!
दुनिया वाले तो थे ही मगर !!
अब तो अपने भी मतलबी नज़र आते है !!
हर रिश्ते स्वार्थी नहीं है यहां !!
ये तो सिर्फ सपने नज़र आते है !!
Matlabi Log Shayari in Hindi
तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सिखा दिया !!
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया !!
कर्जदार है खुदा के जिसने आप !!
जैसा दोस्त से मिला दिया !!
इस दौर ए जमाने ने मौज और !!
मतलब को दे दिया प्यार का नाम !!
दफन हो कर रह गयी !!
किताबो मे सच्चे प्यार कि दास्तान !!
सम्भल के चलना दोस्त इस !!
मतलबी दुनिया के मखमली रास्तों पर !!
यहा बर्बाद करने के लिये !!
प्यार का सहारा भी ले लेते है लोग !!
Matlabi Log Shayari in Hindi
शीशा और रिश्ता दोनो हि बड़े नाजुक होते हैं !!
दोनों मे सिर्फ एक ही फर्क है !!
शीशा गलती से टुट जाता हैं !!
और रिश्ता गलतफहमी से !!