Matlabi Shayari
देख लेना किसी दिन एहसास होगा तुम्हे की !!
था कोई अपना जो बिना मतलब चाहता था तुम्हे !!
मतलबी लोगों को पहले जो चाँद नजर आता है !!
मतलब के बाद चाँद मे भी दाग नजर आता है !!
ऐसे दोस्तों से दोस्ती रखिये जो आपकी परवाह करते हैं !!
मतलबी और इस्तेमाल करने वाले तो आपको ढूँढ ही लेंगे !!
हम रोज उदास होते हैं और रात गुज़र जाती हैं !!
एक दिन रात उदास होगी और हम गुज़र जायेंगे !!
ऐसी मतलबी दोस्ती की जरूरत नहीं !!
जो वक़्त और माहौल के साथ बदलती हो !!
दिल-ए-मासुम ऐतबार कर लेता है थोडा प्यार पा कर !!
तोड देती है दिल मेरा दुनिया मतलब निकाल कर !!
मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला !!
घर एक आईना था बस वही वफादार निकला !!
देखो सब को अपनी तलब लगी है !!
भीड़ बहुत है लेकिन सब मतलबी है !!
इस दुनिया से कहीं दूर चले जाने को जी चाहता है !!
मतलबी दुनिया में ना रह कर मर जाने को जी चाहता है !!
Matlabi Log Shayari in Hindi
मुझको क्या हक मैं किसी को मतलबी कहूँ !!
मैं खुद ही खुदा को मुसीबत में याद करता हूँ !!
आजकल तो प्यार भी मतलबी है !!
पूरी दुनिया मतलबी लोगों से भरी पड़ी है !!
मोहब्बत आखिर उन्ही से क्यों होती है !!
जिनके लिए हमारी मोहब्बत काफी नहीं होती !!
मतलबी लोग सामने तारीफ़ !!
और पीठ पीछे बुराई करते है !!