Latest 300+ Best Dhoka Shayari in Hindi| धोका शायरी,

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तुमने प्यार ना सही पर तुम्हारे !!
धोखे ने मुझे बहुत हिम्मत दी है !!

ना वो सपना देखो जो टूट जाये !!
ना वो हाथ थामो जो छुट जाये !!

देखें तो देखे कहां तक !!
यहां तो हर शख्स धोखेबाज नजर आता है !!

कितने शौक से छोड़ दिया तुमने बात करना !!
जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम !!

अगर पता होता कि इतना तड़पाती है !!
मोहब्बत तो,दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते !!

वक़्त के एक दौर में इतना भूखा था मैं !!
की,कुछ न मिला तो धोखा ही खा गया !!

मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है !!
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है !!

खुदा ने पूछा क्या सज़ा दूँ उस बेवफ़ा को !!
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी !!

वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से !!
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए !!

क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों !!
वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए !!

बेवफाओं की इस दुनिया में संभल कर चलना !!
यहाँ मोहब्बत से भी बरबाद कर देतें हैं लोग !!

ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया !!
जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया !!

ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी !!
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं !!

Dhoka Shayari in Hindi

बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में !!
कभी बादलो से तो कभी आँखों से !!

आज नींद ने न आने का वादा लिया हैं मुझ से !!
तेरी तरह वो भी धोखे बाज निकली !!

दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है !!
हम भी पागल हो जाएँगे ऐसा लगता है !!

उस ने पूछा था क्या हाल है !!
और मैं सोचता रह गया !!

अपनी हालत का खुद एहसास नहीं है मुझ को !!
मैं ने औरों से सुना है के परेशां हूँ मैं !!

Dhoka Shayari in Hindi

इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा न हुआ !!
ग़ैर तो ग़ैर हैं अपनों का सहारा न हुआ !!

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो !!
क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो !!

कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त !!
सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया !!

कुछ लोग इतने गरीब होते है की !!
देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे देते है !!

मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ !!
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है !!

भरोसा तोडा है तुमने कैसे !!
सोच लिया कि रिश्ता बच जाएगा !!

पहला गुनाह हमारा कि प्यार कर लिया !!
और दूसरा गुनाह कि तुमसे कर लिया !!

ज़िन्दगी में मंज़िले तो मिल ही जाती हैं !!
लेकिन वो लोग नहीं मिलते जिन्हें दिल से चाहा हो !!

काश तुम समझ सकते !!
चुप रहने वालों को भी दर्द होता है !!

बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले !!
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं !!

दीवानगी का सितम तो देखो कि !!
धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको !!

दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो !!
वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं !!

मेरी जुबां पर हर वक्त सिर्फ दोस्त का ही नाम आया !!
लेकिन मेरे बुरे वक्त में उस दोस्त ने साथ नहीं निभाया !!

ये तो बस शुरुआत है अभी बाकि है पूरा दौर !!
धोखे की इस नगरी में अभी सेहने है दर्द और !!

कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त !!
सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया !!

ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया !!
जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया !!

हम तो आये दिल की महफ़िल सजाने !!
तेरी कसम तुझे अपना बनाने किस !!
बात की सजा दी तुने हमको बेवफा !!
हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे !!

प्यार में धोखा तब तब खायेंगे लोग !!
प्यार जब जब दिल की जगह जिस्म से करेंगे लोग !!

बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे !!
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए !!

ना वो सपना देखो जो टूट जाये !!
ना वो हाथ थामो जो छुट जाये !!

कुछ लोग इतने गरीब होते है की !!
देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे देते है !!

मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ !!
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है !!

रुठुंगा अगर तुझसे तो इस कदर रुठुंगा की !!
ये तेरी आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी !!

रिश्तों को वक़्त और हालात बदल देते है !!
अब तेरा ज़िक्र होने पर हम बात बदल देते है !!

हम उसे याद बहुत आएँगे !!
जब उसे भी कोई ठुकराएगा !!

यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझे !!
ख़ुशी है कि तुम उम्मीद पे खरे उतरे !!

किससे तुम्हारी शिकायत करेंगे हम !!
खुद से भी कहने से डरते हैं हम !!

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