dhoka shayari in roman english,
वो शक्स धोखेबाज निकला !!
जिससे मैंने बे-वजह !!
बे-इंतेहा मोहब्बत की !!
दिलों जान से चाहा था उसे !!
लेकिन उसने मेरी मजबूरी को !!
धोखेबाजी का नाम दे दिया !!
धोखा भी बादाम की तरह है !!
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है !!
Dhoka Shayari in Hindi
जिंदगी में कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है !!
और मजबूत बनने के लिए दर्द भी सहना पड़ता है !!
पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई !!
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया !!
प्यार निभाने के लिए मैं हमेशा झुकता रहा !!
और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे !!
Dhoka Shayari in Hindi
बेवजह छोड़ गए हो !!
बस इतना बताओ सुकून मिला की नहीं !!
प्यार नहीं है तुमको फिर किस बात का फ़साना है !!
चल दिए हो मुझसे बहुत दूर अब तुम्हे क्या दिखलाना है !!
जो जले थे हमारे लिऐ बुझ रहे है !!
वो सारे दिये कुछ अंधेरों की थी !!
साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिये !!
Dhoka Shayari in Hindi
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम !!
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया !!
मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया !!
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम !!
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया !!
मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया !!
भरोसा हमें जिस जिस पर हुआ !!
उसी ने हमें धोखा दिया !!
पता नहीं किस बात का मिला हमें ये सिला !!
Dhoka Shayari in Hindi
भुला दे उसकी यादें !!
जो तुझे हर रोज़ सता रही है !!
तेरी महबूब किसी और का महल सजा रही है !!
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में !!
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही !!
मज़ाक किया करते है इस जमाने में !!
धोका तूने ऐसा दिया !!
मेरी जिंदगी का हर मकसद !!
मुझसे छीन लिया !!