Bewafa shayari 2line
दीवानगी का सितम तो देखो कि !!
धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको !!
मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नहीं !!
बस कोई था जिससे ये उमीद नहीं थी !!
वक़्त के एक दौर में इतना भूखा था मैं !!
की,कुछ न मिला तो धोखा ही खा गया !!
ही सजा लिया !!
Bewafa Dhokebaaz Shayari
पहले जिंदगी छीन ली मुझसे !!
अब मेरी मौत का भी वो फायदा उठाती है !!
मेरी क़ब्र पे फूल चढ़ाने के बहाने !!
वो किसी और से मिलने जाती है !!
मोहब्बत सीखा कर जुदा हो गए !!
न सोचा न समझा खफा हो गए !!
दुनिया में किसको हम अपना कहे !!
जब तुम ही बेवफा हो गए !!
पल पल उसका साथ निभाते हम !!
एक इशारे पे दुनिया छोड़ जाते हम !!
समंदर के बीच में पहुच कर फरेब किया उसने !!
वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम !!
Bewafa Dhokebaaz Shayari
वो हर दफा झूठ बोलता रहा !!
मै सच समझता रहा !!
कितने धोखे दिए उसने !!
मै रोज मरता रहा !!
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है !!
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है !!
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों !!
वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए !!
बेवफाओं की इस दुनिया में संभल कर चलना !!
यहाँ मोहब्बत से भी बरबाद कर देतें हैं लोग !!