Love bewafa shayari
ऐसी भी क्या मजबूरी थी !!
चलता इश्क़ छोड़ गए तुम !!
भरोसा तोडा है तुमने कैसे !!
सोच लिया कि रिश्ता बच जाएगा !!
पहला गुनाह हमारा कि प्यार कर लिया !!
और दूसरा गुनाह कि तुमसे कर लिया !!
Bewafa Dhokebaaz Shayari
ज़िन्दगी में मंज़िले तो मिल ही जाती हैं !!
लेकिन वो लोग नहीं मिलते जिन्हें दिल से चाहा हो !!
काश तुम समझ सकते !!
चुप रहने वालों को भी दर्द होता है !!
खुदा ने पूछा क्या सज़ा दूँ उस बेवफ़ा को !!
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी !!
Bewafa Dhokebaaz Shayari
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से !!
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए !!
अगर पता होता कि इतना तड़पाती है !!
मोहब्बत तो,दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते !!
कितने शौक से छोड़ दिया तुमने बात करना !!
जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम !!
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले !!
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं !!