Alvida December shayari
मैं समझता हूँ आखिर में !!
सब कुछ जाने देने का नाम ही जिंदगी है !!
पर सबसे ज्यादा तकलीफ तब होती है !!
जब आपको अलविदा कहने का मौका नहीं मिलता है !!
लगे है इल्जाम दिल पे जो मुझको रूलाते है !!
किसी की बेरूखी और किसी और को सताते है !!
दिल तोड़ के मेरा वो आसानी से कह गए अलविदा !!
लेकिन मेरे हालात मुझे बेवफा ठहराते है !!
तू बता तेरे इन खतों का अब मैं क्या करूँ !!
इन्हें सीने से लगा लू या अलविदा करूँ !!
मैं सौ खत लिखे और लिखे के फाड़ डाले !!
दबा लू दर्द या अब सब को मैं बयाँ करूँ !!
Alvida shayari in Hindi
तेरी मोहब्बत से लेकर !!
तेरे अलविदा कहने तक !!
सिर्फ तुझ को चाहा है !!
तुझसे कुछ नहीं चाहा !!
ढलती रात का इक मुसाफिर !!
सुबह अलविदा कह चला !!
जीते जी तेरा हो सका न !!
मर के हक़ अदा कर चला !!
अजीब था उनका अलविदा कहना !!
सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं !!
बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में कि !!
लुटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं !!
Alvida shayari in Hindi
बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद !!
मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद !!
तुजसे मोहब्बत थी मुझे बेइंतेहा !!
लेकिन अक्सर ये महसूस हुआ तेरे जानेके बाद !!
वो अपनों की दुनिया में !!
इतने खो गए है !!
की भूल गए है !!
की वो भी किसीकी दुनिया है !!
तेरी आरजू मेरा ख्वाब है !!
जिसका रास्ता बहुत खराब है !!
मेरे जख्म का अंदाजा ना लगा !!
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है !!
न कहा न कुछ सुना बस चुपके से चल दिए !!
मोहब्बत के उन्होंने सारे मायने बदल दिए !!
अब तो तन्हा गलियों में गुजरेगी हर शाम !!
मर भी गए तो भी नहीं भूलेंगे उनका नाम !!