zindagi dard sad shayari
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गिर पड़ेगा अब के मुझे सँभालने वाला
रोता हैं अब मुझे मुश्किलों में डालने वाला..
तन्हाई में हंस पड़ता हुँ तेरी हरकत पर
मेरा हमराज़ था मुझ पर पत्थर उछालने वाला..
संभाल कर मोहब्बत का अफसाना रखा हैं
तेरे बाद घर का नाम वीराना रखा हैं..
Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari
तन्हाई में रो पड़ता हुँ तेरी बेवफाई पर
मुद्दतें गुज़री, महफूज़ ये नज़राना रखा हैं..
तुम्हारे बिना भीड़ में भी
मैं खुद को अकेला पाती हूं..
Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari
अकेलेपन में अपने, मैं बस
तेरी यादों को करीब पाती हूं..
चलो, जिंदगी में अकेलापन
थोड़ा सा आजमाते हैं..
खत्म हो गए पैसे, खबर यह
रिश्तेदारों में फैलाते हैं..
Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari
अकेले में छोटी सी परेशानी भी
हमें बहुत बड़ी लगने लगती हैं..
मगर हमसफ़र अपना साथ हो
तो हर परेशानी छोटी ही लगती हैं..
तेरी याद भी ठंडी है!
तेरी याद सर्द सी है!!
जैसे-जैसे रात होती है!
वैसे-वैसे और आती जाती है!!
Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari
तेरे बिना मेरी जिंदगी अधूरी सी हो गयी हैं!
तेरी यादों के सहारे जीना ही!!
मेरी मज़बूरी हो गयी हैं!
बहन तुझे सताना याद है!!
बहन तुझे मनाना याद है!!
बचपन के वो प्यारे पल याद हैं!!
तेरी सारी शैतानियां-नादानियां याद हैं!!
मिस यू!!
तेरे हिस्से का वक्त मैंने!!
आज भी किसी को नहीं दिया!!
आज भी तेरी याद में!!
गुजार देता हूँ पूरा दिन!!