dard bhari shayari hindi
लोगों की भीड़ में तो मालूम नहीं होता !!
मगर तनहाई मुझे बहुत सता जाती है !!
आप तो आते नहीं हो बुलाने पर भी !!
आपकी याद ना जाने क्यूँ चली आती है !!
अपनी ज़त से निकाल कर तुझे तन्हा चाहूँ !!
मालूम तुझे भी ना हो तुझे इतना चाहूँ !
मेरी हर साँस अमानत है तेरी !!
अब तू ही बता और तुझे कितना चाहूँ !
Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari
लब खामोश है आँखों से बात होती है !
ऐसे ही मोहबत की शुरुवात होती है !!
तेरे ही ख्यालों में खोये रहते है हम !
पता नहीं कब दिन कब रात होती है !!
याद आ रहे है दिन और रात !
करते थे जब हम आपकी बात !!
खुश हो लेते थे गम बाँटकर !
अच्छा लगता था तब तेरा साथ !!
Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari
इस रात की तनहाई से !
इस दर्द की गहराई से !!
ये दिल कुछ बात कर रहा है !
समझो इन लफ्जों की चुभन को !!
कोई दिल से तुम्हें याद कर रहा है !
कुछ रिश्ते इस जहां में खास होते है !!
हवा के रुख से जिनके एहसास होते है !
ये दिल की कशिश नहीं तो और क्या है !!
दूर रह कर भी वो दिल के कितने पास होते है !
मौसम है बारिश का और याद तुम्हारी आती है !
बारिश के हर क़तरे से आवाज़ तुम्हारी आती है !!
बादल जब गरजते है दिल की धड़कन बढ़ जाती है !
दिल की हर एक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है !!
जब तेज़ हवाएँ चलती है तो जान हमारी जाती है !
मौसम है बारिश का और याद तुम्हारी आती है !!